JOHAR योजना की प्रशंसा वर्ल्ड बैंक के द्वारा JPSC PRE & MAINS RENESHA


ECONOMICS & GEOGRAPHY
14TH JPSC
FOUNDATION BATCH
RENESHA IAS
9661163344

JOHAR PROJECT 
Jharkhand Opportunities for Harnessing Rural Growth (JOHAR)
JHARKHAND GOVERNMENT

 विश्व बैंक के द्वारा झारखंड के JOHAR प्रोजेक्ट की सराहना की गई है. 
        विश्व बैंक ने झारखंड के JOHAR परियोजना को ग्रामीण अर्थव्यवस्था में क्रांतिक कारण परिवर्तन का प्रतीक बताया है. इसके माध्यम से 
👉 महिला सशक्तिकरण और
👉 ग्रामीण अर्थव्यवस्था
    में सकारात्मक बदलाव आए हैं. 
                        विश्व बैंक के द्वारा अपने पोस्ट में रांची के कांके की प्रोड्यूसर ग्रुप के चेयरपर्सन आशा देवी का उदाहरण देते हुए JOHAR परियोजना की प्रशंसा की. 
             विश्व बैंक के अनुसार 21 महिलाओं के नेतृत्व वाली फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन ( FPO) ने लगभग 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर का टर्नओवर हासिल कर लिया है. 
      यह उपलब्धि इस बात का प्रमाण है कि महिलाओं में निवेश न केवल उनके जीवन को बेहतर बनाता है बल्कि पूरे कृषि और खाद्य प्रणाली में सकारात्मक बदलाव ला सकता है. 
🇮🇳 क्या है JOHAR परियोजना🇮🇳

      इस परियोजना के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास शुरू किया गया है. इसके तहत ग्रामीण महिलाओं को न केवल कृषि और संबंधित गतिविधियों में प्रशिक्षण दिया गया बल्कि उन्हें बाजार तक पहुंचे और वित्तीय संसाधन में उपलब्ध कराए गए. 
         परिणाम स्वरुप महिलाएं अब उत्पादक समूह का नेतृत्व कर रहे हैं और उनके उत्पाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक सरलता से पहुंच रहे हैं. 


              JOHAR परियोजना का पूरा नाम "झारखंड ऑपर्चुनिटीज फॉर हार्नेसिंग रूरल ग्रोथ" (Jharkhand Opportunities for Harnessing Rural Growth) है. 
 झारखंड के ग्रामीण विकास और महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से विश्व बैंक की सहायता से राज्य सरकार के द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसका उद्देश्य ग्रामीण परिवारों की आय में वृद्धि करना है.
    इस परियोजना के द्वारा तीन क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है

A) कृषि विविधीकरण

    किसानों को पारंपरिक फसलों के अलावा कुछ अन्य फसल जैसे सब्जी, फल, मसाले इत्यादि की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाता है. 

2. पशुधन विकास

        किसानों को बेहतर नस्ल के पशुधन प्रदान करना और पशुपालन को बढ़ावा देना, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके.

3. गैर-लकड़ी वनोपज (NTFP)
    
     गौण उत्पादों के संग्रह और उसके विपणन में सरकार के द्वारा सहायता प्रदान किए जाते हैं जैसे लाह, कत्था, शहद रेशम और अन्य वन उत्पाद.


🇮🇳 मुख्यमंत्री के द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई🇮🇳

        विश्व बैंक सराहना से मुख्यमंत्री भी उत्साहित हैं. उन्होंने स्पष्ट किया है कि सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आगे भी प्रयास करते रहेगी. महिलाओं की प्रगति राज्य के प्रगति का आधार है. 

BY 
RAVI SIR
RENESHA IAS 

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