jharkhand DAILY CURRENT 18 JULY 2025 (JPSC MAINS & PRELIMS UPSC JSSC BPSC RENESHA IAS 9661163344

🇮🇳jharkhand🇮🇳

1)   ‘मंईयां बलवान’ 
( झारखंड के योजनाएं )
JPSC pre & MAINS 
14TH JPSC FOUNDATION 
PROJECT MANAGER PAPER IV
9661163344
            हेमंत सरकार मंईयां सम्मान योजना की लाभुक महिलाओं को अब आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक नई योजना
👉   ‘मंईयां बलवान’ 
         की शुरुआत करने जा रही है. 

      इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को उद्यमी बनाना है.
 इस योजना के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ने वाली मंईयां को आजीविका के अलग-अलग स्रोतों से जोड़ा जाएगा.  ऐसी मंईयां की संख्या लगभग 25 से 30 लाख है जिन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा. 
.      मुख्यमंत्री के अनुसार मंईयां सम्मान योजमा की राशि का प्रयोग महिलाओं के द्वारा रोजगार सृजन के उद्देश्य से किया जाना चाहिए. स्वरोजगार के साधन को उत्पन्न करने में अगर पूंजी की कमी होती है तो मंईयां बलवान योजना के तहत पूंजी उपलब्ध कराया जाएगा. JOHAR योजना किस सफलता से मुख्यमंत्री उत्साहित हैं. 
     सरकार के विचार से अगर 2500 की राशि को इकोनॉमी में प्रवेश करें ना कि घरों में पड़ी रहे. इस राशि को पूंजीगत स्वरूप देना सरकार का लक्ष्य है.

👉 झारखंड के 53 लाख महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है 
👉 झारखंड के लगभग 32 लाख महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई है. 

        महिलाएं इस राशि से छोटे-मोटे व्यवसाय  प्रारंभ कर सकते हैं.....जैसे दुकान खोलना या मुर्गी पालन, छोटी गाड़ी या ट्रैक्टर खरीदना....
       झारखंड सरकारी तरीके के स्टार्टअप में पूरी मदद करेगी.

🇮🇳 क्या लाभ होगा इस योजना का?🇮🇳

1) मंईयां सम्मान योजना की राशि का सदुपयोग होगा और सदुपयोग करने में सरकार के द्वारा प्रोत्साहित भी किया जाएगा. 
     इनके उत्पादन को पलाश से भी जोड़ा जाएगा. 
2) महिलाएं ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार बनेंगी.
3) स्वच्छ सहायता समूह में सफल होने के नई संभावनाएं उत्पन्न होंगे जिसमें कई विकल्प उपलब्ध रहेंगे. 
4) सरकार मंईयां सम्मान योजना के राशि  से प्राप्त लाभ के संदर्भ में आवश्यक आंकड़े प्राप्त कर सकेगी.


    अभी तक की प्राप्त सूचना के अनुसार  ‘मंईयां बलवान’  योजना वास्तव में  ‘मंईयां  सम्मान योजना' के पूरक के रूप में कार्य करेगा. 

    
2)  स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25
( झारखंड में स्वास्थ्य और स्वच्छता)

      झारखंड के बुंडू जमशेदपुर रांची धनबाद देवघर साहिबगंज जुगसलाई चाकुलिया जैसे शहरों को अलग-अलग श्रेणियां में भारत स्वच्छता सर्वेक्षण में अवार्ड प्राप्त हुए हैं.

👉  कस्बाई शहर बुंडू को इसबार “प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर” का इस साल अवार्ड मिला.
             बुंडू, देवघर और साहिबगंज को इस बार ओडीएफ++ की श्रेणी में भी रखा गया है। 

👉   इसके अलावा देवघर जुगसलाई और चाकुलिया को वन स्टार रैंकिंग मिली है।

  👉     जमशेदपुर में इस बार इस बार तीन से दस लाख तक की आबादी वाले शहर में तीसरा स्थान तो हासिल किया ही उसे फाइव स्टार शहरों की सूची में भी जगह मिली है। वाटर प्लस शहरों में भी इसने नाम दर्ज कराया।

👉 राष्ट्रीय रैंकिंग में  इस बार रांची 37वें स्थान पर पहुंच पिछले बार 154 रैंक था. 
👉   उसी प्रकार धनबाद को दस लाख से अधिक आबादी वाले शहर में देशभर में 35वां स्थान मिला है।

3)   CSR  राशि को सही तरीके से खर्च नहीं कर रहे हैं झारखंड के बैंक.
( ECONOMICS)

    कंपनी एक्ट 2013 के तहत केंद्र सरकार के द्वारा निर्धारित सर के राशि सही तरीके से खर्च नहीं की जा रही है. झारखंड सरकार का कहना है कि इस राशि पर झारखंड सरकार का नियंत्रण होना चाहिए ताकि विकास कार्य में  प्रयोग हो सके.

👉 कुछ बैंकों के द्वारा बच्चों के लिए स्कूल बैग, ड्रेस वगैरा देकर खानापूर्ति किया जा रहे हैं. 

       इस राशि को याद तो अनावश्यक मदों पर खर्च किया जा रहा है अथवा फिजूल खर्ची में समाप्त किया जा रहा है. 

 झारखंड के वित्त मंत्री के अनुसार

" CSR 83 महिला सशक्तिकरण पर्यावरण रक्षा पौधारोपण ग्रामीण विकास जल संग्रहण पुनर्वास आपदा राहत कला संस्कृति इत्यादि के लिए किया जाना चाहिए" 

"एचडीएफसी बैंक द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 और 2023-24 में 148 करोड़ 16 लाख सीएसआर के तहत व्यय दिखलाया गया है. लेकिन किस क्षेत्र में व्यय हुआ है अस्पष्ट है "काम किया गया था इसका उल्लेख नहीं है"

    सरकारी-निजी बैंकों द्वारा हर वर्ष सभी 24 जिलों के कम से कम  एक-एक पिछड़े गांव को गोद लेकर वहां शिक्षा, जलापूर्ति, जल संग्रहण जैसी आधारभूत संरचनाओं का सुदृढ़ीकरण की व्यवस्था की जानी चाहिए. 
     इससे ग्रामीण क्षेत्र का सर्वांगीण विकास संभव हो पाएगा. 

4) पंचायत उन्नति सूचकांक 
(Polity & economics)

     पंचायत उन्नति सूचकांक में झारखंड के लोहरदगा जिले को पूरे राज्य में प्रथम स्थान मिला. 
        जबकि सबसे खराब प्रदर्शन सरायकेला खरसावां जिले का रहा है. 
   पंचायत उन्नति सूचकांक केंद्रीय सरकार के अवधारणा द्वारा निर्मित है जिसके माध्यम से देश के लगभग 250000 पंचायत की उन्नति के संदर्भ में इंडेक्स तैयार किया जाता है.
        इस सूचकांक का उद्देश्य था
👉 पंचायत स्तर पर संयुक्त राष्ट्र संघ के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के लक्ष्य प्राप्ति करना.
👉 पंचायत उन्नति सूचकांक में भी SDG  के नौ सूचकांकों को महत्व दिया जाता है. 
     इसमें मुख्य रूप से शामिल है 
* गरीबी मुक्त और बेहतर सुविधाओं वाला पंचायत
* स्वस्थ पंचायत 
* बाल अनुकूल पंचायत + महिला अनुकूल पंचायत
* जल का पर्याप्त तथा वाला पंचायत
*  स्वच्छ और हरित पंचायत
* सामाजिक न्याय के अनुकूल पंचायत
* सुशासन युक्त पंचायत 
* आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला पंचायत  

. 5) सुप्रीम  कोर्ट में एक मामले में स्पष्ट किया है कि आदिवासी समाज में महिलाओं को भी संपत्ति में उत्तराधिकार प्राप्त होगा. 
     
🇮🇳national international 🇮🇳
.   
 1)   आकाश प्राइम का सफल प्रक्षेपण उड़ीसा से किया गया है. यह 4500 m की ऊंचाई से भी दुश्मन पर वार कर सकता है. 

2)  MSME
ECONOMICS
Geography

 केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 1,000 करोड़ रुपये के कुल बजट के साथ 'उद्योग और प्रतिष्ठानों में ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकियों को तैनात करने में सहायता' (ADEETIE) योजना' शुरू की. 

                 इस योजना का उद्देश्य सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) के बीच ऊर्जा-कुशल प्रौद्योगिकियों को अपनाने में तेजी लाना है. इस योजना के द्वारा  सूक्ष्म और लघु उद्यमों (MSE)  को 5% और मध्यम उद्योग को तीन प्रतिशत ब्याज सबवेंशन मिलेंगे अगर वह ऊर्जा कुशल प्रौद्योगिकी को अपनाने के लिए ऋण प्राप्त करते हैं. 

3) विशाखापत्तनम में दूसरे BIMSTEC बंदरगाह सम्मेलन का आयोजन किया गया.

4) सिक्किम के पाक्योंग जिले के यकतेन गांव को आधिकारिक तौर पर 'नोमैड सिक्किम' पहल के तहत भारत का पहला डिजिटल खानाबदोश गांव घोषित किया गया था.
      यह गांव सिक्किम की राजधानी से थोड़ी दूरी पर अवस्थित है. 
5)  TALASH
(ST PLANS)

नेशनल एजुकेशन सोसाइटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (NESTS) ( जनजातीय मंत्रालय के तहत एक स्वाद संगठन )  और UNICEF किस सहयोग से तलाश को लांच किया गया है. 

👉  'ट्राइबल एप्टीट्यूड, लाइफ स्किल्स एंड सेल्फ-एस्टीम हब'.......TALASH

           इसके तहत एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में जनजातीय छात्रों के सर्वांगीण विकास पर ध्यान दिया जाएगा. 
      इसके माध्यम से जनजातीय युवा खुद को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे और महत्वपूर्ण कौशल सीख कर अपने करियर की ओर बढ़ सकेंगे. 
       दिसंबर 2025 तक पूरे भारत में इस योजना का विस्तार हो जाएगा. 

6) QS
वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषिकी फर्म, क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) ने QS बेस्ट स्टूडेंट सिटीज 2026 में 

👉 भारत के मुंबई शहर को 98th  रैंक मिला है जब किसी और सर्वोच्च स्थान पर है. 

7) फौजा सिंह

14 जुलाई, 2025 को निधन हो गया. 
      दुनिया के सबसे उम्रदराज मैराथन धावक फौजा सिंह ("टर्बनेड टॉरनेडो") का 114 वर्ष की आयु में पंजाब के जालंधर के ब्यास पिंड गांव में निधन हो गया है। 

8) गुजरात सरकार ने आदिवासी समुदायों के बीच विरासत में मिली बीमारियों को समझने और उनसे निपटने के लिए भारत की पहली जनजातीय जीनोम अनुक्रमण परियोजना (TGSP) शुरू की है. 

9)  खाद्य सुरक्षा

           आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) और संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के द्वारा संयुक्त रूप से OECD-FAO कृषि आउटलुक 2025-2034  नामक रिपोर्ट जारी की गई. 

रिपोर्ट के अनुसार, 2034 तक, 

👉   वैश्विक अनाज उत्पादन का केवल 40% सीधे मनुष्यों द्वारा उपभोग 
👉  33% का उपयोग पशु चारा और
👉   जैव ईंधन और औद्योगिक उपयोगों के लिए 27% किया जाएगा.

10) नाबार्ड के द्वारा अपना 44 वां स्थापना दिवस मनाया गया. इस अवसर पर कई पहल किए गए 
( ECONOMICS) 
Paper V

👉 रूरलटेक कोलैब
                  यह एक ओपन डिजिटल इन्नोवेशन प्लेटफार्म है जिसके माध्यम से स्टार्टअप, अनुसंधान संस्थान और तकनीकी डेवलपर्सको ग्रामीण केंद्रित प्रौद्योगिकियों के प्रशिक्षण सह निर्माण इत्यादि में सक्षम बनाता है. 
      
👉  निवारन
    ग्रामीण सहकारी बैंकों के लिए विकसित एक आंतरिक शिकायत प्रणाली.

👉 व्हाट्सएप चैनल 

 नाबार्ड के द्वारा एक व्हाट्सएप चैनल पर शुरू किया गया है जिसके माध्यम से किसने और समितियां को उचित सलाह दिए जाएंगे और नई प्रौद्योगिकियों के बारे में बताए जाएंगे. 

11) अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्याय दिवस (अंतर्राष्ट्रीय न्याय दिवस ) प्रत्येक वर्ष 17 जुलाई को मनाया जाता है. 17 जुलाई 1998 को अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय की स्थापना की नींव पड़ी थी. 

12)  विश्व सांप दिवस 
        यह दिवस प्रत्येक वर्ष 16 जुलाई को 3000 से अधिक सर्प प्रजातियों के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाने और उनके प्रति मिथकों को समाप्त करने के लिए मनाया जाता है. 
       विश्व सांप दिवस 2025 के लिए थीम

 'सम्मान, डरो मत: प्रकृति के मूक अभिभावकों की रक्षा करना',
        भारत लगभग 300 सांप प्रजातियां पाई जाती है. इनमें से लगभग 75% विषैला नहीं है. 
 
By 
RAVI SIR
RENESHA IAS

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